कहो मैं बेवफा

 टूटे ऐसे टुकड़ों में हम,

बिखर के जुड़ न सके।

अश्क तो है आंखो में,

खुले रो भी न सके।

मिली मोहोबत की सजा ऐसी,

चहके भी न वफा कर सकी

कहो मैं बेवफा, 

चाहत आधूरी रही

मैं बेवफा हां बेवफा मैं ।2।


हाथों पे मेरे तेरा खून लगा है,

दिल मेरा बिखरा पड़ा है।

मार चुकी रूह तेरे संग मै,

अब तो बस जिस्म बचा है।

तेरी मोहोबत को न काबिल,

चहके भी न वफा कर सकी

कहो मैं बेवफा,

चाहत आधूरी रही

मैं बेवफा हां बेवफा मैं ।2।


हस्ते है ऊपर से, अंदर से रो रहे,

लम्हे तेरे संग के, जाने कहा को गए।

हस्ते हुए जो तू जो गया,

रोका क्यूं, टोका क्यूं,

संग क्यूं ना हम जी सके।

चहके भी न वफा कर सकी

कहो मैं बेवफा,

चाहत आधूरी रही

मैं बेवफा हां बेवफा मैं ।2।


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